म्यांमार में बौद्धमत के अनुयायी उग्रवादियों और सुरक्षा कर्मियों द्वारा रोहिंग्या मुसलमानों पर भयानक अत्याचार किए और निर्दोष लोगों को जिंदा जलाया गया। विदेशी मीडिया के प्रतिनिधिमंडल ने पहली बार राखाइन राज्य का दो दिवसीय दौरा किया और वहाँ प्रभावित रोहिंग्या मुसलमानों से मुलाकात की जिसके दौरान उन पर किए जाने वाले अत्याचारों का भीषण विवरण सामने आया हैं।
विदेशी समाचार एजेंसी के अनुसार राखाइन राज्य में सैन्य अभियान के दौरान मुस्लिम पुरुषों को जिंदा जलाया गया, बच्चों सहित सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार करके मुकदमा चलाए बिना जेल में डाल दिया गया, महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया, जबकि सैकड़ों महिलाओं के पति, पिता और बच्चे अभी तक लापता है। नवंम्बर में म्यांमार की सेना ने मवानग डू क्षेत्र में मुसलमानों के गांवों में संचालित किया जिसमें 75 हज़ार मुसलमान बेघर हो गए।
संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने बताया कि म्यांमार सुरक्षा बलों ने महिलाओं का सामूहिक बलात्कार, अत्याचार, उनके घर जला दिए जो मानवता के खिलाफ अपराध की श्रेणी में आते है। म्यानमार सरकार ने पिछले 9 महीने से विदेशी पत्रकारों को इस क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं दी थी। दूसरी ओर म्यांमार की सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की जांच को खारिज करते हुए कहा है कि आरोप निराधार हैं।
विदेशी समाचार एजेंसी के अनुसार राखाइन राज्य में सैन्य अभियान के दौरान मुस्लिम पुरुषों को जिंदा जलाया गया, बच्चों सहित सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार करके मुकदमा चलाए बिना जेल में डाल दिया गया, महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया, जबकि सैकड़ों महिलाओं के पति, पिता और बच्चे अभी तक लापता है। नवंम्बर में म्यांमार की सेना ने मवानग डू क्षेत्र में मुसलमानों के गांवों में संचालित किया जिसमें 75 हज़ार मुसलमान बेघर हो गए।
loading...
loading...