मोदी की सीबीआई ने आज अखिलेश यादव पर भी निशाना साध लिया। राष्ट्रपति चुनाव में अखिलेश ने मुलायम सिंह की सलाह ठुकरा दी और यूपीए के साथ चट्टान की तरह डटे रहे। उन्हें अभी लंबी पॉलिटिक्स करनी है। अब मोदी को यह हुक्मउदूली बर्दाश्त नहीं है। इसलिए अखिलेश के पीछे लगा दी सीबीआई।
लेकिन एक साथ लालू-मायावती-अखिलेश और नेशनल हेराल्ड केस में राहुल-सोनिया पर सीधे हाथ डालकर मोदी ने ज़िंदगी की सबसे बड़ी भूल कर दी है। मोदी अगर ख़ुद करप्ट न होते और अपनी सरकार के करप्ट मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों पर एक्शन ले रहे होते, तो बात कुछ और होती। वे ख़ुद करप्शन में गले तक धँसे हैं और एक्शन विपक्ष पर ले रहे हैं।
बहरहाल, सिर्फ़ यूपी बिहार से 2014 में एनडीए को 120 में 104 लोकसभा सीट मिली थी। मोदी की सरकार दरअसल गंगा-यमुना के मैदान में पैदा हुई है। वरना वह 2014 में भी विपक्ष ही रह जाती। मोदी अपने अहंकार में विपक्ष का जो महागठबंधन बना रहे हैं, वह 2019 में इन्हें गंगा किनारे पटक-पटककर धोएगा। इसी गंगा-यमुना के मैदान में मोदी के अहंकार की मौत होगी।
लेकिन एक साथ लालू-मायावती-अखिलेश और नेशनल हेराल्ड केस में राहुल-सोनिया पर सीधे हाथ डालकर मोदी ने ज़िंदगी की सबसे बड़ी भूल कर दी है। मोदी अगर ख़ुद करप्ट न होते और अपनी सरकार के करप्ट मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों पर एक्शन ले रहे होते, तो बात कुछ और होती। वे ख़ुद करप्शन में गले तक धँसे हैं और एक्शन विपक्ष पर ले रहे हैं।
बहरहाल, सिर्फ़ यूपी बिहार से 2014 में एनडीए को 120 में 104 लोकसभा सीट मिली थी। मोदी की सरकार दरअसल गंगा-यमुना के मैदान में पैदा हुई है। वरना वह 2014 में भी विपक्ष ही रह जाती। मोदी अपने अहंकार में विपक्ष का जो महागठबंधन बना रहे हैं, वह 2019 में इन्हें गंगा किनारे पटक-पटककर धोएगा। इसी गंगा-यमुना के मैदान में मोदी के अहंकार की मौत होगी।
-दिलीप मंडल, वरिष्ठ पत्रकार
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