लखनऊ. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अभी लोकसभा सांसद भी हैं। १७ जुलाई को राष्ट्रपति का चुनाव होना है। ऐसे में माना जा रहा है कि उसके बाद योगी आदित्यनाथ सांसद पद से इस्तीफा दे देंगे। ऐसे में यह कयास लगाया जाने लगा है कि आखिर में योगी की जगह अब कौन उनकी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगा। वैसे तो कई दावेदार हैं, लेकिन पार्टी किसी को नाराज नहीं करना चाहती है। ऐसे में हो सकता है कि यहां से किसी बारही को चुनाव लड़ाया जाए। सूत्रों की मानें तो योगी की जगह पीएम मोदी की करीबी गुजरात की व्यवसायी प्रीति महापात्रा गोरखपुर सदर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकती हैं।
गुजरात में दस हजार शौचालय बनवाकर चर्चा में आईं प्रीति महापात्रा लगता है योगिराज में संसद में पहुंच जाएंगी। चर्चा है कि वह मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ की खाली हो रही गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि, पार्टी के जिम्मेदार इस पर किसी प्रकार का मंथन होने की बात अस्वीकार कर रहे हैं।
पहले भी लड़ चुकी हैं यूपी से चुनाव
प्रीति महापात्रा यूपी से राज्यसभा जाने के लिए जोर आजमाइस करते हुए पिछले साल जून में राज्यसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गईं थीं और राज्यसभा नहीं पहुंच पाईं। अब उन्हें लोकसभा भेेजने की तैयारी चल रही है और माना जा रहा है कि योगी के इस्तीफे के बाद वह गोरखपुर सदर सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हो सकती हैं।
गोरखपुर सदर सीट योगी की अजेय सीट है
गोरखपुर संसदीय सीट योगी आदित्यनाथ की अजेय सीट है। इस सीट पर मंदिर का कई दशक से कब्जा रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ को इस सीट को छोडऩा पड़ेगा। इस सीट पर तमाम दावेदार भी हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर किसी को नाराज करने की बजाय बीजेपी ऐसा प्रत्याशी बना सकती है जिसका किसी से विरोध न हो। एक ऐसा ही नाम इन दिनों खूब चर्चा में है वह है प्रीति महापात्रा। मशहूर व्यवसायी हरिहर महापात्रा की पत्नी। प्रीति महापात्रा उस समय चर्चा में आई थी जब उन्होंने प्रधानममंत्री के स्वच्छता अभियान में साथ देते हुए गुजरात के नवसारी में दस हजार शौचालय बनवा कर दिए थे।
योगी अभी नहीं हैं यूपी में किसी भी सदन के सदस्य
योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम हैं। सीएम बनने के बाद अब उन्हें छह महीने के अंदर विधान परिषद या विधानसभा दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य होना जरूरी है नहीं तो छह महीने बाद उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन जाएगी। माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर देहात सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। अभी यहां से योगी के करीबी विपिन सिंह बीजेपी से विधायक हैं। विपिन सिंह ने भी योगी के लिए अपनी सीट छोडऩे की पेशकश की है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि योगी अब गोरखपुर देहात की सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।
गुजरात में दस हजार शौचालय बनवाकर चर्चा में आईं प्रीति महापात्रा लगता है योगिराज में संसद में पहुंच जाएंगी। चर्चा है कि वह मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ की खाली हो रही गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि, पार्टी के जिम्मेदार इस पर किसी प्रकार का मंथन होने की बात अस्वीकार कर रहे हैं।
पहले भी लड़ चुकी हैं यूपी से चुनाव
प्रीति महापात्रा यूपी से राज्यसभा जाने के लिए जोर आजमाइस करते हुए पिछले साल जून में राज्यसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गईं थीं और राज्यसभा नहीं पहुंच पाईं। अब उन्हें लोकसभा भेेजने की तैयारी चल रही है और माना जा रहा है कि योगी के इस्तीफे के बाद वह गोरखपुर सदर सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हो सकती हैं।
गोरखपुर संसदीय सीट योगी आदित्यनाथ की अजेय सीट है। इस सीट पर मंदिर का कई दशक से कब्जा रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ को इस सीट को छोडऩा पड़ेगा। इस सीट पर तमाम दावेदार भी हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर किसी को नाराज करने की बजाय बीजेपी ऐसा प्रत्याशी बना सकती है जिसका किसी से विरोध न हो। एक ऐसा ही नाम इन दिनों खूब चर्चा में है वह है प्रीति महापात्रा। मशहूर व्यवसायी हरिहर महापात्रा की पत्नी। प्रीति महापात्रा उस समय चर्चा में आई थी जब उन्होंने प्रधानममंत्री के स्वच्छता अभियान में साथ देते हुए गुजरात के नवसारी में दस हजार शौचालय बनवा कर दिए थे।
योगी अभी नहीं हैं यूपी में किसी भी सदन के सदस्य
योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम हैं। सीएम बनने के बाद अब उन्हें छह महीने के अंदर विधान परिषद या विधानसभा दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य होना जरूरी है नहीं तो छह महीने बाद उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन जाएगी। माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर देहात सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। अभी यहां से योगी के करीबी विपिन सिंह बीजेपी से विधायक हैं। विपिन सिंह ने भी योगी के लिए अपनी सीट छोडऩे की पेशकश की है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि योगी अब गोरखपुर देहात की सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।
(खबर पत्रिका से साभार)