देश भर में गौरक्षा के नाम पर मुस्लिमों की जान ली जा रही हैं. वहीँ दूसरी और भूख-प्यास से तड़प-तड़प कर मर रही गायों के लिए वे ही मददगार बन रहे हैं.
ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का हैं. जहाँ पुवायां के सिमरा वीरान गाँव की गौशाला में रोजाना गायें भूख-प्यास के कारण अपना दम तोड़ रही हैं. लेकिन उनकी सुन लेने वाले न तो तथाकथित गौपुत्र यानि की वो गौरक्षक हैं जिनकी आस्था मुस्लिमों के पास गाय देखने पर ही जागती हैं. न ही वो सरकारी कर्मचारी हैं जिन्हें इन्हें सँभालने के लिए सरकारी धन दिया जाता हैं.
ऐसे में इन गायों को अकाल मौत से बचाने के लिए एक बार फिर से मुस्लिम समुदाय के लोग ही आगे आए हैं. वे गायों की यूँ हो रही मौत के विरोध में डीएम कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे लोगों में से मोहम्मद नबी का कहना है कि जब तक गौशाला में गायों के हालात सुधारे नहीं जाते तब तक हम अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे.