सोशल डायरी ब्यूरो
देश कई समस्याओं के दौर से गुजर रहा है. गौरक्षा के नाम से बेगुनाह मुसलमानों की हत्याए, खाने की शिकायत करने पर जवानो की बर्खास्तगी, दिन बी दिन दलितों पर बढ़ते अत्याचार, सांप्रदायिक दंगे, ऐसी कई घटनाओ से देश की जनता तंग आ चुकी है. EVM घोटाले को लेकर देश के 70 प्रतिशत लोग सडको पर उतरे है. देश का लोकतंत्र खतरे में है. लेकिन अन्ना हजारे सो रहा है.
देश में लाख के करीब किसानो ने आत्महत्याए की है. किसान को अपना परिवार पालना मुश्किल हो गया है. इन समस्याओं को लेकर कर्ज माफ़ करने की मांग को लेकर कई दिनों से जंतर मंतर पर किसानो का आन्दोलन चल रहा है. इस आन्दोलन में किसानो ने सडको पर परोसा अन्न खाया, आत्महत्या किये हुए किसानो की खोपडिया लेकर उग्र आन्दोलन किया, कपडे त्याग दिए फिरभी सरकार नही जागी तब मजबूर किसानो ने इस मांग को लेकर पेशाब भी पीया और इंसानी मॉल खाने का ऐलान किया इतना सब होने के बावजूद लोकपाल वाले स्वघोषित समाजसेवी अन्ना हजारे नहीं जागे. सोशल मीडिया पर लोगो ने अन्ना हजारे पर निशाना साधते हुए कहा के अन्ना हजारे संघ बीजेपी का एजंट है और जब संघ बीजेपी पर आपत्ति आती है तब ही यह जागते है.
नोट- अन्ना हजारे के बारे में आपकी क्या राय है कृपया हमें जरुर लिखे, आपके नाम के साथ खबर प्रकाशित की जायेगी