एजेंडा आजतक के ‘देश का मुद्दा’ सेशन में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि उन्हें मीम मुखिया असद्द्दीन ओवैसी की देशभक्ति पर संदेह नहीं है.उन्होंने कहा “दोनों के बीच वैचारिक मतभेद है लेकिन ओवैसी ज़िम्मेदार और देशभक्त इंसान है .
उन्होंने कहा कि जयललिता की सोच राष्ट्रीय थी. उनके निधन से देश की राजनीति में बड़ी खाई पैदा हुई है. अन्नाद्रमुक का संगठन शशिकला के हाथों में जाएगा. शशिकला की महत्वाकांक्षा अब पार्टी सुप्रीमो बनने की होगी. ऐसे में पार्टी में झगड़ा होगा और पार्टी में विभाजन होगा. पनीरसेल्वम जयललिता के हाथों का मोहरा थे. वो जैसा चाहती थीं, पनीरसेल्वम वैसा करते थे.
अटल जी भी विकास की बात करते रहे, इंडिया शाइनिंग की बात करते रहे, लेकिन चुनाव में बीजेपी की हार हुई.नोटबंदी की कल्पना का विरोध नहीं करता, व्यवस्था में दिक्कत आई है.टैक्स प्रक्रिया में सुधार किया जाना चाहिए. इनकम टैक्स को पूरी तरह खत्म किया जाना चाहिए. टैक्स का सरलीकरण करने से ब्लैक मनी पर काबू किया जा सकता है. देश में काला धन स्टॉक में नहीं है, फ्लो में हैं.