चंडीगढ़ । पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक बड़ी सफलता हाथ लगी । शिरोमणि अकाली दल (शिअद), आम आदमी पार्टी और बीजेपी के कुछ नेता प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। आतम नगर से पूर्व शिअद नेता एवं पाषर्द कमलजीत सिंह करवाल आज कांग्रेस में शामिल हो गए जो कभी विधायक सिमरजीत सिंह के करीबी माने जाते थे।
‘आप’ की केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की पूर्व सदस्य यामिनी गोमार ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस में शामिल होने वाले अन्य नेताओं में एलआर नैयर, पूर्व मुख्य आयुक्त (आयकर) और पार्टी पर्यवेक्षक गगन साहनी शामिल हैं। इस अवसर पर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर ने कहा कि ये नेता ‘बिना शर्त’ कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि वे अपने..अपने दलों की नीतियों और अपनी पार्टियों के नेताओं के एजेंडे से पूरी तरह भ्रमित हो चुके थे। अमरिंदर ने इन नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने को आगामी विधानसभा चुनाव में ‘स्पष्ट बहुमत’ की ओर कांग्रेस की यात्रा में एक और मील का पत्थर करार दिया। उन्होंने कहा कि ये घटनाक्रम मैदान से अन्य सभी दलों के ‘पूरी तरह उखड़ जाने’ को रेखांकित करते हैं। करवाल ने दिल्ली में अमरिंदर से मुलाकात की थी और वह सिर्फ 2014 में कुछ अवधि को छोड़कर 2007 से शिअद से जुड़े थे।
करवाल ने कहा कि ‘पार्टी की जनविरोधी नीतियों’ की वजह से वह कांग्रेस में शामिल होने का फैसला लेने को प्रोत्साहित हुए। केजरीवाल और ‘आप’ पर ‘दलित विरोधी, सिख विरोधी और पंजाब विरोधी होने’ का आरोप लगा चुकीं यामिनी ने कहा कि ‘आप’ में पूरी तरह गड़बड़झाला है, इसका नेतृत्व झूठे वायदे कर पंजाब के लोगों को मूर्ख बना रहा है।
नैयर और साहनी दोनों ने यह कहकर यामिनी का समर्थन किया कि ‘आप’ भ्रष्ट और लालची लोगों की पार्टी है जिनकी पंजाब के लोगों के कल्याण में कोई रुचि नहीं है। इस बीच, दोराहा से कई बीजेपी नेता भी कांग्रेस में शामिल हो गए। इनमें दोराहा बीजेपी मंडल के प्रमुख राहुल बेक्टर, उपाध्यक्ष अनीश बेक्टर सचिव वरुण शर्मा और महासचिव अनूप बेक्टर तथा कई निगम पाषर्द और अन्य बीजेपी नेता शामिल हैं ।