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शहीदी का नया पै माना, मुसलमान मारो शहीद कहलाओ -सोशल मीडिया
October 06, 2016
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दादरी में अखलाख की ह्त्या को अंजाम देंकर इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम देने वाले अखलाख हत्यारोपी रवि की किडनी खराब होने से नैसर्गिक मृत्यु पर उसको शहीद का दर्जा देकर एक करोड़ की मांग की जा रही है. हद तो तब हो गयी की हिन्दुत्ववादियो ने रवि की लाश को तिरगे में लपेटा. और और भड़काऊ भाषण देकर माहौल खराब करने की कोशोस इसलिए हो रही है क्यूंकि यूपी में चुनाव है. ऐसी कई चर्चाये सोशल मीडिया पर शुरू है. सोशल मीडिया पर मुख्य मुदो से नजर हटाकर फ़ालतू के मुद्दों में उलझाए रखने का यह षडयंत्र हो सकता है इस विषय पर छिड़ी बहस.
आईये देखते है किसने क्या लिखा.
Javed Hshmi
आतंकी के जनाज़े में भीड़ सिर्फ कश्मीर में ही नहीं उमड़ती, बल्कि जब दूसरी जगह उमड़ती है तो उसकी लाश को तिरंगे में भी लपेट दिया जाता है !
Sageerbazmi Ansari Aipmm
=======शहीदी का नया पै माना =========
सीमा पर दुशमनो की गोली खाये बिना भी अब शहीद हो सकते है संघिंयो का नया फार्मूला #मुसलमान _मारो _शहीद_कहलाओ //////
#नोट-संघिंओ मुसलमानो को मारने से पहले उनका फिरका ज़रूर पता करले क्योकी मुसलमान शिया सुन्नी देवबदी वहाबी नजदी बरेलवी अत्तारी सल्फी अहले हदीस वगैरा फिरको मे बटे है जो आपस मे ही एक दुसरे को काफिर कहते है !!!ऐसे मे सही मुसलमान चुनकर ही मारे नहीं तो आपका शहीदी प्रमाण पत्र कानूनी दाव पेच मे उलझकर रद हो सकता है
Abdul H Khan
अब सर्जिकल से ध्यान हटाने के लिए दादरी वाले आतंकवादी की लाश को तिरंगे में लपेटा गया है इधर भगवा धारी मुलायम और अखिलेश का सहारा मिल रहा है!!
Ubaid Ba-Hussain
आप को सरहद पर लड़ने की ज़रूरत नहीं है अगर देश के किसी मुस्लमान को आप ने मार दिया तो आप को तिरंगे की सलामी दी जा सकती है. आरएसएस के गुरु गोलवालकर भी मुसलमानो को देश का पहला दुश्मन मानते थे.
#देश्बदलरहाहै
Anil Yadav
#dadri राष्ट्रवादियों को उठाकर हिन्द महासागर में फेंक देना चाहिए.
Moh Abbas Siddiqui
उनका संदेश साफ है उनके मुताबिक हर वह लाश तिरंगे मे लपेटने लायक है जिसने मुसलमानो पर जुल्म किया हो या कराया हो
Ali Khan
#अंधभक्तो
#तिरंगा शहीदों के लिए होता है अपराधियो के लिए नहीं;,
अफ़सोस आज उस अपराधी को सम्मान दिया जा रहा है जिसने इंसानियत को शर्मशार किया था,
Imran PS याकूब के जनाजे में उमडी भीड़ पर सारी मुस्लिम कौम को घेरने वाले संघी, दादरी में अखलाक की हत्या के आरोपी की जेल में हुई मौत के बाद उसकी लाश पर तिरँगा डाले जाने पर चुप क्यों हैं???
सारे भाजपा नेता व छद्म हिन्दूुत्ववादी नेता वँही भाषण दे देकर लोगों की भावनाएँ भडका रहे हैं, उस आरोपी को शहीद बता रहे हैं... आखिर इसने कौन सा ऐसा देशभक्ति का काम किया था सिवाय इखलाक को मारने के? आख़िरकार मुसलमान को मारने पर शहीद का दर्जा मिलने लगा? यही तो है अच्छे दिन
Mashruf Kamaal
तिरंगे को पैरो तले रौंदने वाले संघी आज एक बेगुनाह के कातिल की लाश को तिरंगे में लपेटकर आखिर क्या साबित करना चाहते है...एक अपराधी को राष्ट्रभक्त या सिर्फ मुआवजा लेने का ये सब ढोंग है.???
जैसे गन्दी नाली का कीड़ा साफ़ पानी में धोने से साफ़ नहीं होता...ठीक उसी तरह भगवा आतंकी के शव को तिरंगे में लपेटने से कोई राष्ट्रभक्त नहीं होता.!!
#तिरंगे_का_अपमान
#नहीं_सहेगा_हिंदुस्तान
Dilip C Mandal
राष्ट्रीय सम्मान की रक्षा से संबंधित 1971 के क़ानून की धारा 1 के तहत राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के लिए तीन साल की क़ैद और जुर्माने का प्रावधान है।
Prashant Nagdeve
ये सब बातें जानबूझकर की जा रही है ताकि देश का माहौल ख़राब हो जाए और बीजेपी इसका चुनावी फायदा उठा सके, up में मुस्लिम विरोध , पंजाब में सैन्य अभियान, गुजरात में दलित काण्ड, गोवा में करने लायक कुछ नहीं है. आरएसएस चड्डीगैंग चुनाव जितने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है
खुर्शीद आलम
अपराधी को तिरंगा और हिन्दुवत्व राष्ट्रवाद!
हिन्दुवत्वराष्ट्रवाद की नयी परिभाषा में अपराधी की न्यायिक अभिरक्षा में मृत्यु होने पर तिरंगे में लपेटकर ताबूत को उसके गाँव ले जाना जहाँ एक ओर अपराधी को महिमा मंडित करके सीमा पर शहीद होने वाले जते हैं लेकिन विपक्ष के लोग अगर उसके ऊपर कोई बात कहते हैं तो वह गद्दार होने की श्रेणी में आएगा. वान की बराबरी करने का यह प्रयास कहीं से औचित्यपूर्ण नहीं है. इस तरह का कृत्य अशोभनीय है और राष्ट्रध्वज के अपमान का मामला बनता है लेकिन अंधभक्तों के दबाव के आगे उत्तर प्रदेश सरकार लाचार व बेबस है. अंधभक्तों ने मोदी को राष्ट्र घोषित कर दिया है और राष्ट्र की कोई बुराई करेगा तो वह गद्दार कहलायेगा. उसी तरह उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक उपयोग अंधभक्त व संघी कर सक वहीँ, उरी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक करके कई आंतकियों को मार गिराने के लिए काफी तारीफ बटोर चुकी नरेंद्र मोदी सरकार अब आलोचनाओं में घिरती नजर आ रही है। मोदी सरकार पर सर्जिकल स्ट्राइक का प्रचार करके सियासी लाभ लेने की कोशिश करने का आरोप लगाया जा रहा है। पूर्व गृह मंत्री पी चिंदबरम और कांग्रेसी नेता संदीप दीक्षित ने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि भारत पहले भी ऐसी सर्जिकल स्ट्राइक करता रहा है लेकिन कूटनीतिक चिंताओं के चलते इसका “प्रचार” नहीं किया जाता था। सेना के कुछ पूर्व अधिकारियों और कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों ने भी मोदी सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक के “प्रचार” पर सवाल उठाया है। भारतीय सेना के अनुसार 28-29 सितंबर की रात को उसके पैरा फोर्सेज के कमाडों ने इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। 17 सितंबर को हुई उरी हमले में 18 भारतीय जवान मारे गए थे। दो घायल जवानों की अस्पताल में मृत्यु हो गई थी।
___________________________ पंजाब और उत्तर प्रदेश के चुनाव को लेकर सर्जिकल स्ट्राइक का प्रचार व प्रसार किया जा रहा है और उसका राजनीतिक लाभ भी लेने की कोशिश भारतीय जनता पार्टी कर रही है. उसमें तरह-तरह के पोस्टर व होर्डिंग्स ज़ारी कर दिए हैं तो दूसरी तरफ न्यायिक हिरासत में मृत होने वाले रवि को तिरंगे में लपेट कर माहौल को ख़राब करके चुनावी लाभ लेने का प्रयास है!